Uncategorized

एक ही समय पर जन्म होने पर भी अलग भाग्य क्यों

जब भी ज्योतिष की बात होती है ,तो एक बात हमेशा उठकर आती है ,जो बहुत ही रोचक है ,कि एक ही समय पर कई बच्चों का जन्म होता है ,तो सब की कुंडली एक जैसी बनेगी ।परंतु सब का भाग्य अलग-अलग होता है ।ऐसा क्यों ?ज्योतिष में कुंडली देखकर ही मनुष्य का भाग्य बताया जाता है ।इस बात को मैं आज कल के संदर्भ में ही समझाना चाहूंगी ।जिस प्रकार आप देखते हैं की wifi अपने इंटरनेट की सर्विस कई मोबाइलों को एक साथ दे रहा होता है ।परंतु सभी मोबाइल अलग अलग तरीके से उसको प्रयोग करते हैं ।या यह कहो ,कि सब मोबाइलों की क्षमता अलग-अलग होती है ।यह इस बात पर निर्भर करता है की मोबाइल किस कंपनी का है और किस क्वालिटी का है ।अगर मोबाइल एप्पल का होगा तो बिल्कुल अलग होगा ।अगर Android होगा तो बिल्कुल अलग होगा ।अलग-अलग कंपनियों के मोबाइल अलग-अलग तरीके की सुविधाएं देते हैं ।Nokia का अलग है ,samsung का अलग है ,Sony का अलग है बहुत सारी कंपनियां है ।और एक ही कंपनी में भी बहुत सारे मॉडल्स हैं ।इससे हमने यह जाना है कि वाईफाई को प्रयोग करना मोबाइल की अपनी क्षमताओं में ,और क्वालिटी में निर्भर करता है ।अब इसे मैं कुंडली से और हम से जोड़ दूंगी ।वाईफाई को हम लेंगे किसी निश्चित समय पर ग्रहों की स्थिति ।और जन्म लेने वाले बच्चे मोबाइल है ।वह किस कंपनी के हैं ?किस क्वालिटी के हैं ?किस कीमत के हैं ?

इस पर ही निर्भर करेगा कि वह वाईफाई की सुविधा का किस प्रकार से लाभ ले सकते हैं ।इसे हम ज्योतिष की भाषा में कहेंगे देश काल पात्र के अनुसार ।ज्योतिष के अनुसार किसी भी व्यक्ति को भाग्य उसके देश काल पात्र के अनुसार मिलता है ।उसने किस देश में जन्म लिया है ,किस घर में जन्म लिया है ,और किस पात्र के रुप में जन्म लिया है इस पर ही निर्भर करता है कि उसे कैसा जीवन मिलेगा ।वह अपने जीवन में भोगों को कितना भोग पाएगा ।जिसके पास जैसा मोबाइल ,जैसा इंस्ट्रूमेंट ,वही है उसका देश काल पात्र ।उसी के अनुसार वह सुविधाएं ले पाएगा ।सभी की कुंडलियां एक ही तरीके से नहीं देखी जा सकती ।पहले हमें उसका देश काल पात्र जाना पड़ता है ।और उसी के हिसाब से ही उसके भाग्य को बताया जाता है ।क्योंकि उसकी क्वालिटी के हिसाब से ही उसको सर्विसेस मिलती हैं ।अब आप समझ रहे हैं ना ,कितना आसान हो गया इस बात को समझना जिसको आप बहुत मुश्किल समझ रहे थे ।और आप सब लोग यह जानते ही हैं कि भाग्य हमें ,हमारे पिछले जन्मों के कर्मों के फल स्वरुप ही मिलता है ।तो आप ही बताइए कोई भी दो व्यक्ति एक से कर्म कर सकते हैं ?जब दो व्यक्तियों की एक शक्ल नहीं होती ,तो आप इस बात की कैसे उम्मीद लगा सकते हैं ?जब कर्म ही हमारे एक से नहीं है तो भाग्य कैसे एक सा होगा ।हर मनुष्य अपने आप में अलग है ।मोबाइल कंपनियां तो कुछ ही हैं और उनके मॉडल भी कुछ ही हैं ।लेकिन मनुष्य हर एक अलग है ।अलग कंपनी का और एक अलग मॉडल ।उसकी अपनी एक अलग शख्सियत है ।तो उसका भाग्य एक जैसा कैसे हो सकता है ।जब मोबाइल का इंस्ट्रूमेंट सबका अलग है तो वाईफाई की सर्विस से सब को एक से फ़ायदे कैसे मिल सकते हैं ?सबके पास एक से ऐप कैसे डाउनलोड हो सकते हैं ?आज सब लोग मोबाइल से अच्छी तरीके से परिचित हैं ।और उसकी ऐप्स से भी ।

हमारा ज्योतिष बहुत ही वैज्ञानिक है ,प्रैक्टिकल है ,लॉजिकल है ।यह अंधविश्वास की बात नहीं करता ,तर्क की बात करता है ।आप बताइए जो मैंने आपको तर्क दिया क्या वह सही नहीं है ।अगर वह सही है तो फिर दो लोगों का भाग्य कभी भी एक सा नहीं हो सकता ।आप लोग मुझसे जुड़े रहेंगे ,तो मैं आपको ज्योतिष की बहुत सारी बातें बताऊंगी ।और आपके मन में जितने भी ज्योतिष से जुड़े हुए सवाल हैं सभी के धीरे धीरे जवाब देने की कोशिश करूंगी ।बहुत गहरा है ज्योतिष ।आप उसे समझे ।उसकी वैज्ञानिकता को समझे ।ज्योतिषियों को समझें और अपने देश की धरोहर ज्योतिष का सम्मान करें ।और ज्योतिषियों का भी सम्मान करें ।क्योंकि यह ही आपके देश की धरोहर को संभाल कर रख रहे हैं ।आज इतना ही बताऊंगी कल फिर आपसे बात करती हूं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *